प्रश्नकर्ता आचार्य मण्डन मिश्र – आदरणीय ! भगवान् विष्णु के चार आयुधों में से पद्म का नाम क्या है? शंख – पांचजन्य, चक्र – सुदर्शन, गदा – कौमोदकी, किन्तु पद्म का नाम क्या है आदरणीय ? मार्गदर्शन करें।
निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु – भगवान् विष्णु के हाथ में स्थित पद्म का नाम अस्त्रालोक्य है। विष्णुधर्मोत्तरपुराण के खण्ड – ०३, अध्याय – ०८, श्लोक -०७ में कहते हैं – करेऽस्य कमलं प्रोक्तं तथास्त्रालोक्यसंज्ञितम्। अतिरिक्त सूचना हेतु बता दूँ कि बलराम जी के हल का नाम ललाम एवं मूसल का नाम सानन्द/आनन्द है। विष्णुधर्मोत्तरपुराण में ही कहते हैं – हलो ललाम इत्युक्तः सानन्दं मुसलं स्मृतम्। विष्णुपञ्जर के अनुसार हल का नाम सौनन्द भी है।
गरुड़पुराण के विष्णुपञ्जरस्तोत्र में वर्णित पद्म का नाम अनुघोष्य है –
पाञ्चजन्यं महाशङ्खमनुघोष्यं च पङ्कजम्॥
(गरुडपुराण, आचारकाण्ड, अध्याय – १३, श्लोक – ०६)
इसी में मूसल का नाम शातन बताया गया है –
मुसलं शातनं गृह्य पुण्डरीकाक्ष रक्ष माम्॥
(गरुडपुराण, आचारकाण्ड, अध्याय – १३, श्लोक – ०४)
वामनपुराण के विष्णुपञ्जरस्तोत्र में वर्णित पद्म का नाम अन्तर्बोध्य है, मूसल का नाम शातन ही वर्णित है –
पाञ्चजन्यं महाशङ्खमन्तर्बोध्यं च पङ्कजम्।
(वामनपुराण, अध्याय – १७, श्लोक – ३१)
मुसलं शातनं गृह्य पुण्डरीकाक्ष रक्ष माम्।
(वामनपुराण, अध्याय – १७, श्लोक – २९)
पद्मिनी देवी की कृपा से मुझे श्रीसूक्त की जो दिव्यवृत्ति प्राप्त हुई थी, उसमें पद्मवर्णाधिकार के अन्तर्गत “पद्यमानं सरिद्धारावत्प्रवहज्जगन्मिनोति तस्मात् कालः पद्मः” इस परिभाषा के अनुसार नदी के प्रवाह के समान गतिशील जगत् को नष्ट करने से काल को पद्म कहते हैं। अतएव भगवान् विष्णु के हाथ में स्थित पद्म को संहारकारक कालरूपी अस्त्र ही समझना चाहिए, इस प्रकार उसका नाम अस्त्रालोक्य है।